Thursday, 23 January 2014

उनसे दूर जाने का इरादा ना था,

उनसे दूर जाने का इरादा ना था,
सदा साथ रहने का वादा भी ना था,
वो याद नहीं करेंगे जानते थे हम,
पर इतनी जल्दी भुल जाऐंगे अंदाज़ा ना था..


Unse door jaane ka irada naa tha
Sada saath rehne ka wada bhi naa tha
Vo yaad nahi karega jante the hum
Par itni jaldi bhool jayega andaaza naa tha…!

No comments:

Post a Comment

Sad Shayari, Pehli Mohabbat Ka Anzaam

  हर तन्हा रात में एक नाम याद आता है, कभी सुबह कभी शाम याद आता है, जब सोचते हैं कर लें दोबारा मोहब्बत, फिर पहली मोहब्बत का अंजाम याद आता है।...