Wednesday, 12 February 2014

बिन आपके कुछ भी अच्छा नहीं लगता




बिन आपके कुछ भी अच्छा नहीं लगता
अब मेरे वजूद भी सच्चा नहीं  लगता
सिर्फ आपके दीदार के इन्तजार में काट रही है ज़िन्दगी
वर्ना कबकी मौत की आगोश में सो जाती ये जिंदगी
लौट आओ कइ आपके बगेर एक लम्हा नहीं कटता
बिन आपके कुछ भी अच्छा नहीं लगता
 
Bin Aapke Kuch Bhi Aacha Nahi Lagta,
Ab Mera Wajood Bhi Saccha Nahi Lagta.
Sirf Aapke Deedar K Intezaar Me Kat Rahi Hai Zindagi..,
Varna Kabki Maut Ki Aagosh Me So Jati Ye Zindagi.
Laut Aao K Aapke B’gair Ek Lamha Nahi Kat Ta
Bin Aapke Kuch Bhi Accha Nahi Lagta…

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