Saturday, 19 April 2014

फुल बन कर - Phool bankar

फुल बन कर मुस्कुराना जिन्दगी है..
      मुस्कुरा के गम भुलाना जिन्दगी है...
मिलकर लोग खुश होते हैं तो क्या हुआ..
      बिना मिले दोस्ती निभाना भी जिन्दगी है...
Phool bankar muskrana zindagi hai…,
      Muskara ke Gum bhulana zindagi hai…,
Milkar log khush hote hai to kya hua….,
      Bina mile dosti nibhana bhi zindagi hai

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