Friday, 28 February 2014

हमें उनसे महोब्बत है इस कदर,

हमें उनसे महोब्बत है इस कदर,
 पपीहे को पानी की जरूरत होती है जिस कदर,
लेकिन जब वो आते है तो भूल जाते है लेना
 ........... ..हमारी ही खबर
hume unse mohabaat hai is kadar,
 hume unse mohabat hai is kadar,
papihe ko pani ki jarurat hoti hai garmiyo me jis kadar,
 lekin jb vo aate hai to bhul jaate hai lena hamari hi khabar

ये हालत हमारी हो गई तुम से मिलने के बाद,

ये हालत हमारी हो गई तुम से मिलने के बाद,
 जिन्दगी प्यारी हो गई है तुम से मिलने के बाद,
हर चीज में एक अजब रंग है महोब्बत का..
 हर चीज प्यारी हो गई है तुमसे मिलने के बाद..

Ye halat hamari ho gayi tumse milne ke baad
 Zindagi pyari ho gayi hai tumse milne ke baad
Her cheez me ek ajab rang hai Mohabat ka
 Her cheez pyari ho gayi hai tumse milne ke baad

महोब्बत को जब लोग खुदा मानते हैं..


महोब्बत को जब लोग खुदा मानते हैं..
 तो प्यार करने वालो को क्युँ बुरा मानते है.
जब जमाना ही पत्थर दिल है..
 तो फिर पत्थरों से लोग क्युँ दुआ माँगते है..

mohabbat ko jab log khuda mante hai"
 to pyar karane walo ko kyu bura mante hai"
jab zamana hi pathar dil hai"
 to fir patharo se log kyu dua mangte hai.

हर मुलाकात पर वक्त का तकाज़ा हुआ..


हर मुलाकात पर वक्त का तकाज़ा हुआ..
 हर याद पे दिल का दर्द ताजा हुआ..
सुनी थी सिर्फ हमने गज़लों मे जुदाई की बातें..
 अब खुद पे बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ.
Har Mulaqat Pr Waqt Ka Takaza Hua...
 Hr Yaad Pe Dil Ka Dard Taza Hua.....
Suni Thi Sirf humne Gazlon Me Judai Ki Baaten ..
 Ab Khud Pe Beete To Haqiqat Ka Andaza Hua

हम तो तेरे दिल की महफिल सजाने आऐ थे.



हम तो तेरे दिल की महफिल सजाने आऐ थे..
 तेरी कसम तुझे अपना बनाने आऐ थे..
किस बात की सज़ा दी तुने हमको बेवफा..
 हम तो तेरे दर्द को अपना बनाने आऐ थे..
Hum Toh Tere Dil Ki Mehfil Sajaane Aaye Thai,
 Tere Kasam Tujhe Apna Banane Aaye Thai,
Kis Baat Ki Saza Di Tuney Humko Bewafa,
 Hum Toh Tere Dard Ko Apna Banane Aay Thai.

फिर से रूठ गया है....

फिर से रूठ गया है......
.......... मुझको मनाने वाला,
जा रहा है छोड के....
....... मेरी जिन्दगी बनाने वाला,
कभी तो उसको मैने भी मनाया था..
वो ख्वाब अब नहीं दिखाता...
......... दुनियाँ बनाने वाला,
ऐ काश की हम भी जानते..
........ कैसे मनाते है किसी को,
रूठ कर जाने ना देते उसे...
........ जो था साथ निभाने वाला,
गम दिया उसको जिसने ....
....... कभी गम का साया ना पडने दिया,
दुख दिया उसको ...
.... जो था मुझे खुशीयाँ दिखाने वाला,
ऐ रब..! तु मुझको मिला दे उस से..
..... जिसने कभी किसी को रूलाया नहीं,
जिसने दिखाया है हर पल खुबसुरत और...
....... था प्यार जताने वाला...



Phir Se Rooth Gaiya Hai Mujhko Mana Ne Wala,
Jaa Raha Hai Chodd Ke Meri Zindagi Banane Wala.
Kabhi Toh Usko Maine Bhi Manaya Tha,
Woh Khaab Ab Nahi Dikhata Duniya Banane Wala.
Ae Kaash Ke Hum Bhi Jaante Kaise Manate Hain Kisi Ko,
Rooth Kar Jaane Na Dete Usse Joh Tha Saath Nibhane Wala.
Gham Diya Usko Jisne Kabhi Gham Ka Saaya Na Padhne Diya,
Dukh Diya Usko Joh Tha Mujhe Khushiyaan Dikhane Wala.
Ae Rab! Tu Mujhko Milade Uss Se Jis Ne Kabhi Kisi Ko Rulaya Nahi,
Jisne Dikhaya Hai Har Pal Khubsurat Aur Tha Pyar Jatane Wala

हम तो तेरे दिल की महफिल सजाने आऐ थे..


हम तो तेरे दिल की महफिल सजाने आऐ थे..
 तेरी कसम तुझे अपना बनाने आऐ थे..
किस बात की सज़ा दी तुने हमको बेवफा..
 हम तो तेरे दर्द को अपना बनाने आऐ थे..


Hum Toh Tere Dil Ki Mehfil Sajaane Aaye Thai,
 Tere Kasam Tujhe Apna Banane Aaye Thai,
Kis Baat Ki Saza Di Tuney Humko Bewafa,
 Hum Toh Tere Dard Ko Apna Banane Aay Thai.

Thursday, 27 February 2014

प्यार को कहते हैं रब की इबादत है,

प्यार को कहते हैं रब की इबादत है,
 क्युँ भला इज़हार से डरते हैं लोग,
हालात को काबू करने को कहते हैं,
 जब की किसी का नहीं है इस दिल पे ज़ोर..



Ishq to kehte hai rab ki ibadat hai
 kyu bhala izhaar se darte hai log
halaat ko kabu karne ko kehte hai
 jab ki kisi ka nahi hai is dil pe zor

जो कागज़ के फूलों में खुशबु ढुँढ जाते हैं,



जो कागज़ के फूलों में खुशबु ढुँढ जाते हैं,
 जो छोटी छोटी खुशीयों में बढा सुख पाते हैं,
जो अपनों में फरिश्ते ढुँढ लेते हैं,
 ऐसे ही लोग जिन्दगी जी लेते हैं


Jo Kagaz Ke Phoolo Me Khushbu Dhund Jate Hai,
 Jo Chhoti Chhoti Khushiyo Me Bada Sukh Pate Hai,
Jo Apno Me Farishte Dhund Lete Hai,
 Aise Hi Log Zindagi Jee Lete Hai



दिल ही दिल में कुछ छुपाती है वो,




दिल ही दिल में कुछ छुपाती है वो,
 यादों में आ कर चैन चुराती है वो,
ख्वाबों में एक ऐहसास जगा रखा है,
 बन्द आँखों में अश्क बन के तडपाती है वो..

Dil hi dil me kuch chupati hai wo,
 Yaado me aakar chain churati hai wo,
Khwabo me ik ehsas jaga rakha hai,
 Band aankho me ashk banke tadpati hai wo…


क्यों चुपके से वो लोग उतर जाते हैं दिल में,

क्यों चुपके से वो लोग उतर जाते हैं दिल में,
  जिनसे कभी किसमत के सितारे नहीं मिलते,
प्यार के भंवर में ये कह के छोड दिया,
  कि कभी नदियों के दोनो किनारे नहीं मिलते..

Kyu chupke se wo log utar jate hai dil me
  Jinse kabhi kismat ke sitare nahi milte
pyar ke bhawar me ye keh ke chhod diya
  ki kabhi nadiyo ke dono kinare nahi milte

हो चुका अब किसी का वो,



हो चुका अब किसी का वो,
कभी मेरी जिन्दगी था वो..
भुलता है कौन महोब्बत पहली,
मेरी तो सारी खुशी था वो..
फुल की तरह मुस्कुराता था,
मेरे होंठों की हँसी था वो..
बाद बरसों के उसे देखा था,
आज भी उतना ही प्यारा था वो..
जिन्दगी नाम जिस के कर दी..
लोग कहते हैं अजनबी था वो..

Ho Chuka Ab Kisi Ka Wo....
Kabi Meri Zindgi Tha Wo....
Bhoolta Hai Kon MOHABBAT Pehli....
Meri To Sari Khushi Tha Wo....
Phool Ki Tarah Muskrata Tha....
Mere Honton Ki Haansi Tha Wo....
Baad Barson K Usse Dekha Tha....
Aaj B Utna Hi pyara Tha Wo....
Zindgi Naam Jis Ke Kr Di....
Log Kehte Hain Ajnabi Tha Wo.


Tuesday, 25 February 2014

कोई रास्ता नहीं दुआ के सिवा,



कोई रास्ता नहीं दुआ के सिवा,
कोई सुनता नहीं खुदा के सिवा,
मैने जिन्दगी को देखा है करीब से,
मुश्किलों में कोई साथ नहीं देता..
"आँसुओं के सिवा....."

Koi rasta nahi dua ke siwa,
koi sunta nahi khuda ke siwa,
maine jindgi ko dekha hai kareeb se,
muskilo me koi sath nahi deta,
"AANSUO" ke siwa..

काँच का तोहफा ना देना कभी,



काँच का तोहफा ना देना कभी,
रूठ कर लोग तोड दिया करते हैं,
जो बहुत अच्छे हो उनसे प्यार मत करना,
अकसर अच्छे लोग ही दिल तोड दिया करते है

Kaanch Ka Tohfa Na Dena Kabhi,
Routh Kar Log Todd Diya Karte Hain,
Joh Bohat Ache Ho Unse Pyar Mat Karna,
Aksar Ache Log Hi Dil Todd Diya Karte Hain.

तुमसे दोस्ती करने का हिसाब ना आया,



तुमसे दोस्ती करने का हिसाब ना आया,
मेरे किसी भी सवाल का जवाब ना आया,
हम तो जागते रहे तुम्हारे ही ख्यालों में,
और तम्हें सो कर भी हमारा ख्वाब ना आया।
Tumse dosti karne ka hisab na aaya
Mere kisi bhi sawal ka jawab na aaya.
Hum to jagte rahe tumhari hi khayalo me
Or tumhe so kar bhi hamara khawab na aaya

खुले आसमाँ में जमीं की बात ना करो,



खुले आसमाँ में जमीं की बात ना करो,
जी लो जिन्दगी खुशी की आस ना करो,
तकदीर बदल जाऐगी अपने आप ही,
मुस्कुराना सीख लो, वजह की तलाश ना करो..


Khule asma me zami ki baat na karo,
Ji lo zindagi khushi ki aas na karo
Takdeer badal jayegi apne aap hi,
Muskurana sikh lo wajah ki talash na karo..

यूँ तो हवा के रुख को समझती है पतंगें,

यूँ तो हवा के रुख को समझती है पतंगें,
फिर भी बुरे हालत से लड़ती है पतंगें,
कटती है, उतरती है और चढ़ती है पतंगें,
उम्मीद के धागे से ही बढ़ती है पतंगें,
गिरती है, सम्हलती है, मचलती है पतंगें,
बेखौफ तमन्नाओं सी उड़ती है पतंगे....

Monday, 24 February 2014

हो चुका अब किसी का वो,

हो चुका अब किसी का वो,
कभी मेरी जिन्दगी था वो..
भुलता है कौन महोब्बत पहली,
मेरी तो सारी खुशी था वो..
फुल की तरह मुस्कुराता था,
मेरे होंठों की हँसी था वो..
बाद बरसों के उसे देखा था,
आज भी उतना ही प्यारा था वो..
जिन्दगी नाम जिस के कर दी..
लोग कहते हैं अजनबी था वो..
Ho Chuka Ab Kisi Ka Wo....
Kabi Meri Zindgi Tha Wo....
Bhoolta Hai Kon MOHABBAT Pehli....
Meri To Sari Khushi Tha Wo....
Phool Ki Tarah Muskrata Tha....
Mere Honton Ki Haansi Tha Wo....
Baad Barson K Usse Dekha Tha....
Aaj B Utna Hi pyara Tha Wo....
Zindgi Naam Jis Ke Kr Di....
Log Kehte Hain Ajnabi Tha Wo..

होते ही सवेरा चिड़िया चहकीं,



होते ही सवेरा चिड़िया चहकीं,
फूल खिले और कलियाँ महकीं,
गुन -गुन करता भौरा आया,
भोर का उसने गीत सुनाया.
पंख फैलाये तितली उड़ती,
इधर, कभी उधर को मुड़ती.
नींद में खोई दुनिया जागी,
रोज के अपने काम को भागी.
देर तलक कुछ लोग हैं सोते,
सुबह का सुन्दर दृश्य हैं खोते.
ठंडी ठंडी पवन बहे जो,
स्वस्थ्य रहोगे यही कहे वो.
ताज़ी -ताज़ी सांस भरो तुम,
अब न आलस और करो तुम

न कर गुमां बन्दे तूँ



न कर गुमां बन्दे तूँ, अपने हुस्न ओ जवानी का,
तेरी जिंदगी क्या, फक्त एक बुलबुला है पानी का।

ये तेरी चन्दन सी देह भी, माटी में मिल जायेगी,
सब यहीं रह जायेगा, बस तेर नेकी साथ जायेगी।


हम रात भर समेटते रहे टुकड़े दिल के,

हम रात भर समेटते रहे टुकड़े दिल के,
 कल कोई तोड़ गया था यू गैरों मिल के,
पूछ ही ना पाये , उनसे सबब बेरुखी का,
 रह गये खामोश, अपने लवों को सिल के,
रोकना चाहा बहुत, उन्हें भी तुम्हारी तरह,
 बह गये अश्क, यू मेरी आँखो से निकल के,
कुछ सहमा सहमा सा था, कल मंजर सारा,
 जुवां भी खामोश थी, हाल देखे जो दिल के,
कुछ यू हो गया है, अब हाल इस दिल का,
 जैसे कोई फूल मुरझा गया हो, खिल क़े,
शौक बाकी है, गर दिल तोड़ने का तो कह दो,
 माँग लाऊ, एक और दिल खुदा से मिल के,

Saturday, 15 February 2014

कब उसको इंतजार मेरा था,



कब उसको इंतजार मेरा था,
ये तो बस ऐतबार मेरा था,
कुछ मेरी खुश-फैमी थी,
की उस पर इख्तियार मेरा था,
कभी उसकी हालत वैसे थी,
जैसे दिल बेकरार मेरा था,
गमों मे कैद कर गई मुझको,
वही जो गमगुशार मेरा था,
मैं कैसे भूल जाऊँ ऐसा शख्श,
जो कभी एक बार मेरा था..
Kab Usko Intezaar Mera Tha,
Yeh Toh Bas Aitbaar Mera Tha.
Kuch Meri Khush Fehmi Thi,
Ke Uss Par Ikhtiyaar Mera Tha.
Kabhi Uski Halat Waise Thi,
Jaise Dil Beqarar Mera Tha.
Ghamoon Mein Qaid Kar Gya Mujhko,
Wohi Joh Ghumgusaar Mera Tha.
Main Kaise Bhool Jaon Aisa Shakhs,
Joh Kabhi Aik Baar Mera Tha.

सब कुछ मिला सुकून की दौलत ना मिली,

सब कुछ मिला सुकून की दौलत ना मिली,
एक तुझको भूल जाने की मोहलत ना मिली,.
करने को बहुत काम थे अपने लिए मगर,
हमको तेरे ख्याल से फुर्सत ना मिली..


Sab Kuch Mila Sakun Ki Doulat Na Mili,
Ek Tujh Ko Bhul Jane Ki Mohlat Na Mili,
Karne Ko Bhut Kaam The Apne Liye Magar,
Humko Tere Khyal Se Fursat Na Mili..

माँ से रिश्ता ऐसा बनाया जाऐ,

माँ से रिश्ता ऐसा बनाया जाऐ,
जिसको निगाहों में बिठाया जाऐ,
रहे उसका मेरा रिश्ता कुछ ऐसे कि,
वो अगर उदार हो तो हमसे भी...
.... मुस्कुराया ना जाऐ...

Maa se rishta aisa banaya jaae,
Jisko nigaaho me bithaya jae,
Rahe uska mera rishta kuch aisa k
Wo agar udaas ho to humse bhi...
.. muskuraya na jaae

मत कर तलाश मंजिलों की,

मत कर तलाश मंजिलों की,
खुदा खुद ही मंजिल दिखा देता है..
युँ तो मरता नहीं कोई किसी के बिना,
वक्त सबको जीना सिखा देता है..

Mat kr talash manzilo ki,
khuda khud hi manzil dikha deta ha...
yun to marta nhi koi kisi ke bina,
waqt sabko jeena sikha deta ha.


कदम रुक गए, जब पहुंचा मैं बाज़ार में,

कदम रुक गए, जब पहुंचा मैं बाज़ार में,
बिक रहे थे रिश्ते खुले आम व्यापर में।
मैंने पूछा- "क्या भाव है रिश्तों का?"

दुकानदार बोला -" कौन सा चाहिए,
बेटा या बाप?
बहेन या भाई? इंसानियत का दूँ या प्यार का?
दोस्ती का या विश्वास का? बाबूजी, क्या चाहिए,
बोलो तो सही, सब चीज़ बिकाऊ है यहाँ,
आप चुपचाप क्यूँ खड़े हो, मुंह खोलो तो सही?"

मैंने उनसे जब पूछा "माँ के रिश्ते का क्या भाव है?'
तो दुकानदार तुरंत नम होती आँखों से बोला -
"संसार इसी रिश्ते पे तो टिका है बाबु। माफ़ करना,
ये रिश्ता बिकाऊ नहीं है। इसका कोई मोल नहीं लगा पाएंगा।

ये रिश्ता भी बिक गया तो फिर तो ये संसार भी उजड़ जायेगा !"

याद सताऐ किसी की तो कोई क्या करे,

याद सताऐ किसी की तो कोई क्या करे,
दिल मिलने को चाहे किसी से तो कोई क्या करे,
सपनों में होती है मुलाकात, लोग कहते है..
पर प्यार में निंद ही ना आऐ तो कोई क्या करे...

Yaad Sataaye Kisi Ki toh Koi Kya Kare
Dil Milne Ko Chahe Kisi Se Toh Koi Kya Kare
Sapno Mein Hoti Hai Mulaqaat, Log Kehte Hain
Par Pyar Mein Neend Hi Na Aaye Toh Koi Kya Kare…



आँखों में देखा दिल में उतर के नहीं देखा,

आँखों में देखा दिल में उतर के नहीं देखा,
कश्ती के लोगों ने समंदर को ना देखा,
पत्थर मुझे कहता है मेरा चाहने वाला,
मै मोम हूँ उसने मुझे छु के नहीं देखा..

Ankho Mai Dekha Dil Mee Utar Ke Nahi Dekha,
Kasti Ke Logo Ne Samundar Ko Na Dekha.
Patthar Mujhe Kahta Hai Mera Chaane Wala,
Mai Moom Hoo Usne Mujhe Chu Ke Nahi Dekha


गुनाह करके सज़ा से डरते हैं,

गुनाह करके सज़ा से डरते हैं,
जहर पी के दवा से डरते हैं,
दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं,
हम तो दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं..

Gunah Karke Saza Se Darte Hai,
Jahar Pi Ke Dawa Se Darte Hai,
Dushmno Ke Sitam Ka Khof Nahi,
Hum To Dosto Ki Wafa Se Darte Hai.


प्यार के उजाले में गम का अंधेरा क्युँ है,

प्यार के उजाले में गम का अंधेरा क्युँ है,
जिसको हम चाहें वही रूलाता क्युँ है,
मेरे रबा अगर वो मेरा नसीब नही तो..
ऐसे लोगों से हमें मिलाता क्युँ है..

Pyar ke ujaale me gumm ka andhera kyun hai,
Jisko hum chahe wahi rulata kyun hai,
Mere rubba agar wo mera nasib nahi toh,
Aise logo se hume milata kyu hai…


वो भूल गऐ उनहे हँसाया किसने था,

वो भूल गऐ उनहे हँसाया किसने था,
जब वो रूठे थे तो मनाया किसने था,
वो कहते है वो बहुत अच्छे है,
वो भूल गऐ है की उनहे ये बताया किसने था..


Wo Bhul Gye Unhe Hasaya Kisne Tha,
Jab Wo Ruthe The To Manaya Kisne Tha,
Wo Kehte Hain Wo Bahut Ache Hain,
Wo Bhul Gaye Hai Ki Unhe Ye Bataya Kisne Tha


दोस्ती हर चहरे की मीठी मुस्कान होती है,

दोस्ती हर चहरे की मीठी मुस्कान होती है,
दोस्ती ही सुख दुख की पहचान होती है,
रूठ भी गऐ हम तो दिल पर मत लेना,
क्योकी दोस्ती जरा सी नादान होती है..


Dosti Hr Chehre Ki Mithi Muskaan Hoti Hai
Dosti Hi Sukh Dukh Ki Pehchaan Hoti Hai
Ruth B Gaye Hum To Dil Par Mat Lena
Kyonki Dosti Zara C Nadan Bhi Hoti Hai



ना में तुम्हे खोना चाहता हु




ना में तुम्हे खोना चाहता हु
ना तेरी याद में रोना चाहता हु
जब तक ज़िन्दगी है मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूँगा
बस यही बात तुमसे कहना चाहता हु


Na Main Tumhey Khoona Chahta Hum
Na Teri Yaad Mein Rona Chahta Hun
Jab Tak Zindgi Hai Mein Hamesa Tumharey Sath Rahunga
Bas Yahi Baat Tumse Kahna Chahta Hun…

Thursday, 13 February 2014

चिरागों से अगर अँधेरा दूर होता

चिरागों से अगर अँधेरा दूर होता 
तो चांदनी की चाहत क्यूँ होती 
कट सकती अगर ये ज़िन्दगी अखेले 
तो दोस्त नाम की चीज़ ही क्यूँ होती 

Chiranghon se agar Andhera door hota...,
Toh chandani ki chaahat kyun hoti..,
Kat sakti agar ye Zindagi akhele...,
Toh DOST naam ki cheez hi kyun hoti

ना में तुम्हे खोना चाहता हु

ना में तुम्हे खोना चाहता हु
ना तेरी याद में रोना चाहता हु 
जब तक ज़िन्दगी है मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूँगा 
बस यही बात तुमसे कहना चाहता हु

Na Main Tumhey Khoona Chahta Hum
Na Teri Yaad Mein Rona Chahta Hun
Jab Tak Zindgi Hai Mein Hamesa Tumharey Sath Rahunga
Bas Yahi Baat Tumse Kahna Chahta Hun…

हम वो नहीं जो दिल तोड़ देंगे,

हम वो नहीं जो दिल तोड़ देंगे,
थाम कर हाथ साथ छोड़ देंगे,
हम दोस्ती करते हैं पानी और मछली की तरह,
जुदा करना चाहे कोई तो हम दम तोड़ देंगे.

खिड़की से झांकता हूँ मै सबसे नज़र बचा कर

खिड़की से झांकता हूँ मै सबसे नज़र बचा कर
बेचैन हो रहा हूँ क्यों घर की छत पे आ कर
क्या ढूँढता हूँ जाने क्या चीज खो गई है
इन्सान हूँ शायद मोहब्बत हमको भी हो गई 

Khidki se jhankta hu mai sabse nazar bacha kar,
Be-chain ho raha hu kyo ghar ki chatt pe aa kar,
Kya dhundta hu jane kya cheez kho gai hai,
Insaan hu shayad mohobat hamko bhi ho gai hai..

दिल के अरमान आँसुओ मे बह गये,

दिल के अरमान आँसुओ मे बह गये,
हम गली मे थे और गली मे ही रह गये,
अपनी तो किस्मत ही खराब थी की लाइट चली गई
जो बात उसे कहनी थी वो उसकी मम्मी से कह गये….

Dil k arman aansuo me beh gaye,
hum gali me the aur gali me hi reh gaye,
apni to kismat hi kharab thi ki light chali gai,
jo baat usse kehni thi wo uski mummy se keh gaye..



Mohabbat iss kambhakht dil ko honey lagi hain..

Mohabbat iss kambhakht dil ko honey lagi hain..
Naye ashiyane hume puraaney lagtey hain,
Sabhi dost ab na jane kyun ab anjaaney se lagtey hain,
Mohabbat iss kambhakht dil ko honey lagi hain..
Bohat masoom bahaney lagtey hain,
Jo kabhi har mausam garam lagta tha,
Sookhey patey bhi deewaney lagte hain..



Wednesday, 12 February 2014

सूरज के बिना सुबह नहीं होती

सूरज के बिना सुबह नहीं होती
चाँद के बिना रात नहीं होती
बादल के बिना बरसात नही होती
आपकी याद के बिना दिन की सुरुवात नही होती

Suraj Ke Bina Subah Nahi Hoti…
Chand Ke Bina Raat Nahi Hoti…
Badal Ke Bina Barsat Nahi Hota…
Aapki Yaad Ke Bina Din Ki Shuruwat Nahi Hota…

बिन आपके कुछ भी अच्छा नहीं लगता




बिन आपके कुछ भी अच्छा नहीं लगता
अब मेरे वजूद भी सच्चा नहीं  लगता
सिर्फ आपके दीदार के इन्तजार में काट रही है ज़िन्दगी
वर्ना कबकी मौत की आगोश में सो जाती ये जिंदगी
लौट आओ कइ आपके बगेर एक लम्हा नहीं कटता
बिन आपके कुछ भी अच्छा नहीं लगता
 
Bin Aapke Kuch Bhi Aacha Nahi Lagta,
Ab Mera Wajood Bhi Saccha Nahi Lagta.
Sirf Aapke Deedar K Intezaar Me Kat Rahi Hai Zindagi..,
Varna Kabki Maut Ki Aagosh Me So Jati Ye Zindagi.
Laut Aao K Aapke B’gair Ek Lamha Nahi Kat Ta
Bin Aapke Kuch Bhi Accha Nahi Lagta…

तेरे हाथ की काश मैं वो लकीर बन जाऊं,



तेरे हाथ की काश मैं वो लकीर बन जाऊं,
काश मैं तेरा मुक़द्दर तेरी तक़दीर बन जाऊं..
मैं तुम्हें इतना चाहूँ कि तुम भूल जाओ हर रिश्ता,
सिर्फ मैं ही तुम्हारे हर रिश्ते की तस्वीर बन जाऊं..
तुम आँखें बंद करो तो आऊं मैं ही नज़र,
इस तरह मैं तुम्हारे हर ख्वाब की ताबीर बन जाऊं..




हाथ पकड़ ले अब भी तेरा हो सकता हूँ मैं

हाथ पकड़ ले अब भी तेरा हो सकता हूँ मैं
 भीड़ बहुत है, इस मेले में खो सकता हूँ मैं
पीछे छूटे साथी मुझको याद आ जाते हैं
 वरना दौड़ में सबसे आगे हो सकता हूँ मैं
कब समझेंगे जिनकी ख़ातिर फूल बिछाता हूँ
 इन रस्तों पर कांटे भी तो बो सकता हूँ मैं
इक छोटा-सा बच्चा मुझ में अब तक ज़िंदा है
 छोटी छोटी बात पे अब भी रो सकता हूँ मैं
सन्नाटे में दहशत हर पल गूँजा करती है
 इस जंगल में चैन से कैसे सो सकता हूँ मैं
सोच-समझ कर चट्टानों से उलझा हूँ वरना
 बहती गंगा में हाथों को धो सकता हूँ








Tuesday, 11 February 2014

मुझे उससे कोई शिकायत ही नही,

मुझे उससे कोई शिकायत ही नही,
शायद हमारी किसमत मे चाहत ही नही,
मेरी तकदीर को लिखकर खुदा भी मुक्कर गया,
पुछा तो बोला ये मेरी लिखावट ही नही..
Mujhe Usse Koi Shikayat Hi Nahi,
Shayad Hamari Kismat Me Chahat Hi Nahi.
Meri Taqdir Ko Likhkar Khuda Bhi Mukar Gya,
Puchha To Bola Ye Meri Likhawat Hi Nahi

उल्फत का जब किसी ने लिया नाम

उल्फत का जब किसी ने लिया नाम, रो पड़े,
अपनी वफा का सोच के अन्जाम, रो पड़े,

हर शाम ये सवाल, महोब्बत से क्या मिला..
हर शाम ये जवाब की हर शाम रो पड़े,

राह-ऐ-वफा में हमको खुशी की तलाश धी,
दो कदम ही चले थे की हर कदम रो पड़े,

रोना नसीब में है तो औरों से क्या गिला.
अपने ही सिर लिया कोई इल्जाम रो पड़े..


Ulfat Ka Jab Kisine Liya Naam Ro Pade,
Apni Wafa Ka Soch Ke Anjaam Ro Pade,

Har Shaam Ye Sawal Mohabbat Se Kya Mila,
Har Shaam Ye Jawab Ke Har Shaam Ro Pade,

Raah-E-Wafa Mein Humko Khushi Ki Talash Thi,
Do Kadam Hi Cahle The Ke Har Kadam Ro Pade,

Rona Naseeb Mein Hai To Auron Se Kya Gila,
Apne Hi Sar Liya Koi Ilzaam Ro Pade ...!!!

कोई सहारा नहीं दुआ के सिवा,

कोई सहारा नहीं दुआ के सिवा,
कोई सुनता नीं खुदा के सिवा,
मैने भी जिन्दगी को करीब से देखा है,
मुश्किलों में कोई साथ नहीं खुदा के सिवा
Koi Sahara Nahi Dua Ke Siwa,
Koi Sunta Nahi Khuda Ke Siwa,
Maine Bhi Zindagi Ko Qareeb Se Dekha Hai,
Mushkiloon Main Koi Saath Nahi Khuda Ke Siwa


होता नहीं मेहसुस दर्द आज तेरे जखमों का,

होता नहीं मेहसुस दर्द आज तेरे जखमों का,
कयुँ आज तेरी तलवार की धार कमम है,
कुछ दे ऐसे जख्म आज  मुझको ..
क्युँ लगता है की आज तेरा प्यार कम है..

Hota Nahi Mehsoos Dard Aaj Tere Zakhmoon Ka,
Kyun Aaj Teri Talwar Ki Dhaar Kam Hai,
Kuch De Aise Zakhm Zalim Aaj Mujko,
Kyun Lagta Hai Ki Aaj Tera Pyar Kam Hai.

अमल से भी माँगा वफा से भी माँगा,

अमल से भी माँगा वफा से भी माँगा,
तुझे मैने तेरी रजा से भी माँगा,
ना कुछ हो सका तो दुआ से भी माँगा,
कसम है खुदा की खुदा से भी माँगा,

Amal Se Bhi Manga Wafa Se Bhi Manga,
Tujhe Maine Teri Raza Se Bhi Manga,
Na Kuch Ho Saka Toh Dua Se Bhi Manga,
Kasam Hai Khuda Ki Khuda Se Bhi Manga.

इतनी खूबसूरती कभी नही देखी,

इतनी खूबसूरती कभी नही देखी,
बनाने वाला भी बना के हैरान होगा आपको,
खूबसूरती की जिंदा मिशल हो तुम,
खुदा भी देखकर हैरान होगा आपको…

जब खामोश आँखो से बात होती है....

जब खामोश आँखो से बात होती है
ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है
तुम्हारे ही ख़यालो में खोए रहते हैं
पता नही कब दिन और कब रात होती है……..

Sad Shayari, Pehli Mohabbat Ka Anzaam

  हर तन्हा रात में एक नाम याद आता है, कभी सुबह कभी शाम याद आता है, जब सोचते हैं कर लें दोबारा मोहब्बत, फिर पहली मोहब्बत का अंजाम याद आता है।...